मुहब्बत ये नहीं है...... के तुम एक ही बार तमाम जज्बात, इरादे, एहसास कहो, और फिर चुप हो जाओ,, बजाए इसके के तुम किसी को पूरी नर्सरी (फूल रखने की जगह) उठा के दो, और उसे समझ नही आए कोन सा फूल किताबों में रखना है और कोन सा बालों में लगाना है। बेहतर ये है एक फूल दो मगर रोजाना... मुहब्बत तसल्ली मांगती है, मिकदार(Quantity) नही ❤️❤️ ©J S T C #roseday #Muhabbat #jazbaat #ehsas #irade #Jstc