निरंतर प्रयास और मन की शक्ति से ही, जिन शिराओं में टुटकर भी रक्त न उबले वो शिराऐ नही शाख है ! जिस जिस्म में जीते जी जुनून ना हो वो जिस्म नही राख है !! ©rohit sarswati # ठोकर लगने के बाद इसांन को सँभल जाना चाहिए । #AdhureVakya