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rohitsarswati5467
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dr.rohit sarswati

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dr.rohit sarswati

चंचल चँदा
चँदा की चंचलता देखो
धीमी चाल ओर चमक को देखो
केसे निहारे चाँदनी उसको
बादल में छुप उसे चलता देखो
चँदा की चंचलता देखो

©dr.rohit sarswati #ThinkingMoon #चंचल चँदा ( कविता )

#ThinkingMoon #चंचल चँदा ( कविता )

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dr.rohit sarswati

Physiotherapist
Dr. Rohit sarswati
         D.P.T

©rohit sarswati #Doobey
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dr.rohit sarswati

जिदंगी बदल गई
एक तेरे आ जाने से
वरना कभी हम भी गलियों के
आवारा हुआ करते थे ।

©rohit sarswati #lovequote # एक लम्हा

#lovequote # एक लम्हा #शायरी

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dr.rohit sarswati

जो भारतीय नागरिक 
चंद सिक्को के लिये
विदेशी सरजमीं पर जाकर 
अपनी मातृभाषा भूल सकते है
ऐसे नागरिको को 
भारत का भविष्य मानना
हमारी मुर्खता होगी ।

©rohit sarswati #Hindidiwas # आंदोलन अब नही तो फिर कब ।

#Hindidiwas # आंदोलन अब नही तो फिर कब । #विचार

11 Love

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dr.rohit sarswati

कभी वीर रस,
 
कभी श्रंगार रस,

कभी हास्य रस,

से प्यार किया !

मेरे हिन्द के

कवियों ने सदा

हिन्दी भाषा का

विस्तार किया ।

©rohit sarswati #Hindidiwas # केवल कहने मात्र से
हिन्दी भाषा को जीवित नही रखा जायेगा
इसकी रक्षा के लिये सभी कलमकारों को 
मैदान मे उतरना होगा ।
कही ऐसा ना हो आने वाली पीढी को ये भी
न पता हो हमारी मातृभाषा कोन सी है ।

#Hindidiwas # केवल कहने मात्र से हिन्दी भाषा को जीवित नही रखा जायेगा इसकी रक्षा के लिये सभी कलमकारों को मैदान मे उतरना होगा । कही ऐसा ना हो आने वाली पीढी को ये भी न पता हो हमारी मातृभाषा कोन सी है । #विचार

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dr.rohit sarswati

ईश्वर वदंना
छल कपट सब त्याग प्रभु में
सच कि राह पर चलना सीखूँ
सबका मीत बनूँ इस जग में
सबको मीत बनाना सीखूँ
भटक न जाउँ तेरी राह कभी
तेरे दर का होकर रह जाउँ
जीवन कि हर ठोकर में प्रभु
स्पर्श तेरा ही में पाउँ
खुद मिट कर भी हे दाता में
नाम तेरा लिखना सीखूँ
छल कपट सब त्याग प्रभु में
सच कि राह पर चलना सीखूँ

©rohit sarswati #Nojoto # ईश्वर वदंना #2023
ईश्वर वदंना से शुरू करे

# ईश्वर वदंना 2023 ईश्वर वदंना से शुरू करे #कविता

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dr.rohit sarswati

दुष्कर्म
जो नोचते है इज्ज़त को तुम्हारी
तुम्हें अब उनका खुन पीना होगा
सुन लो भारत माँ कि बेटियों
तुम्हें अपने दम पर जीना होगा
आखिर कब तक इतिहास के पन्नों पर
यूँ बल्तकार के किस्से सजेगें
कब तक दँरिदे पँख फैलाकर
युँ ही खुले गगन मे उडेगें
तुम्हें बन झाँसी कि रानी
दुनिया से इन दँरिदो का नाम मिटाना होगा
सुन लो भारत माँ कि बेटियो
तुम्हें अपने दम पर जीना होगा ।

©rohit sarswati #दुष्कर्म करने वालों को सजा दो #
मौत कि 15 दिन के अन्दर

#दुष्कर्म करने वालों को सजा दो # मौत कि 15 दिन के अन्दर #कविता

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dr.rohit sarswati

प्रेम पत्र          
चाँद जैसे चाँदनी के
सँग सँग रहे
लहरे जैसे नदियों के
सँग सँग बहे
     वसूधा जैसे नभ कि
     मुस्कुरा तपन सहे
     चकवा जैसे चकोर के
     कानो में कुछ कहे
तुम भी प्रिय बन प्रकृति
प्राणों में मेरे बस जाना
बन पथिक प्रेम पथ का
पग पग साथ निभाना ।

©rohit sarswati #LetterToYourLove
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dr.rohit sarswati

नवधा भक्ति
प्रथम भक्ति " संतन कर संगा "
दितीय भक्ति "मम कथा प्रसंगा "
तृतीय भक्ति " गुरु चरण कि सेवा "
चतुर्थ भक्ति " छल कपट त्याग पा मेवा "
पंचम भक्ति " मंत्रजप करावा "
षट् भक्ति " इंद्रिय वश पावा "
सप्तम भक्ति "कण कण में प्रभु दिखावा "
अष्ट भक्ति " मन सतुंष्ट होवे "
नवम भक्ति "विधाता पर भरोसा कर सोवे "

©rohit sarswati #Nojoto नवधा भक्ति # रामचरित मानस मे 
कवि तुलसी दास जी ने बताया है ।

नवधा भक्ति # रामचरित मानस मे कवि तुलसी दास जी ने बताया है । #कविता

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dr.rohit sarswati

सुबह हो गई 
चलो सुबह हो गई आँखें खोलो
बिस्तर छोडो़ ओर मुँह धो लो
चिडियाँ सुनाती भजन प्रभु के
तुम भी उसके संग संग बोलो
चलो सुबह हो गई आँखें खोलो
चलो प्रकृति से बात करो ओर
पक्षियों से मुलाकात करो
छुपी बैठी जो तितली फुलो में
तुम भी उसके संग संग  खेलो
चलो सुबह हो गई आँखें खोलो

©rohit sarswati #शीर्षक ( सुबह हो गई  )  कवि ने अपनी कविता मे प्राणी को आलस्य त्याग कर
सुबह सुबह जल्दी उठने को कहा है
इससे आपको एक अलग ही आनंद की 
प्राप्ति होगी ।

#शीर्षक ( सुबह हो गई ) कवि ने अपनी कविता मे प्राणी को आलस्य त्याग कर सुबह सुबह जल्दी उठने को कहा है इससे आपको एक अलग ही आनंद की प्राप्ति होगी ।

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