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उस शहर में कितने चेहरे थे, कुछ याद नहीं सब भूल गए

उस शहर में कितने चेहरे थे, 
कुछ याद नहीं सब भूल गए, 
इक शख्स किताबों जैसा था, 
वो शख्स जुबानी याद हुआ.

©Raj Prince #shakhs
उस शहर में कितने चेहरे थे, 
कुछ याद नहीं सब भूल गए, 
इक शख्स किताबों जैसा था, 
वो शख्स जुबानी याद हुआ.

©Raj Prince #shakhs