जीवन की बगिया को नफरत और घृणा से सींचा अरे छोड़ो ,जिंदगी को क्या खाक जिया तुमने कुछ बिगाड़ा, किसी का छीना, कहीं उजाड़ा रिश्तों को क्या खाक सिया तुमने ©KAJAL THAKUR #नकारात्मकता #Nojoto #अल्फाज़ #घृणा #नफ़रते #जख्म #जिंदगी #Trees