मेरे प्यारे अधूरे सपनें रात के अंधेरे में ,तू चमकता सितारा सा लगा मुझे तुम्हारा एहसास बड़ा प्यारा सा लगा तुझे देखने से ही सब भूल जाऊं ऐसा हंसता चेहरा मुझे, तुम्हारा ही दिखा पर मुझे तुझे पा लेना एक अधूरा सपना सा लगा इस दिल को तू जो दिखा इसी अपना खून सा लगा तुझे पाने के लिए धड़कता है इसका धड़कना एक इंतजार सा लगा कहीं देर ना हो जाए मुलाकात में कही रफ्तार न बढ़ जाएं प्यार में एक आजाद परिंदा गिरता सा दिखा पर Naresh panghal को,तुझे पा लेना एक अधूरा सपना सा लगा। #कविता #प्यार #जिंदगी #सपना #अधूरा