मेरी गलियों में न ही सही, अब वो कहीं और ही वज़ू बनाती होगी, क्या तुम्हें पता हैं, कि वो सच में एक खुबसूरत अज़ान सी ही थी! prem_nirala_ मेरी गलियों में न ही सही, अब वो कहीं और ही वज़ू बनाती होगी, क्या तुम्हें पता हैं, कि वो सच में एक खुबसूरत अज़ान सी ही थी! #prem_nirala_