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कविता उदास है😔😔 रगों में दौड़ते लहू में, कितना द

कविता उदास है😔😔
रगों में दौड़ते लहू में,
कितना दर्द घुला है,
इस दर्द का अफसाना
सिर्फ़ दिल को पता है, 
दर्द जब शब्दों में
ढल के निकलता है,
लोग कहते हैं...
वाह! क्या सुंदर कविता है
दिल, लहू आंखों में चुभता दर्द,
किसी को नहीं दिखता है.....।।
— % & रगों में दौड़ते लहू में,
कितना दर्द घुला है,
इस दर्द का अफसाना
सिर्फ़ दिल को पता है, 
दर्द जब शब्दों में
ढल के निकलता है,
लोग कहते हैं...
वाह! क्या सुंदर कविता है
कविता उदास है😔😔
रगों में दौड़ते लहू में,
कितना दर्द घुला है,
इस दर्द का अफसाना
सिर्फ़ दिल को पता है, 
दर्द जब शब्दों में
ढल के निकलता है,
लोग कहते हैं...
वाह! क्या सुंदर कविता है
दिल, लहू आंखों में चुभता दर्द,
किसी को नहीं दिखता है.....।।
— % & रगों में दौड़ते लहू में,
कितना दर्द घुला है,
इस दर्द का अफसाना
सिर्फ़ दिल को पता है, 
दर्द जब शब्दों में
ढल के निकलता है,
लोग कहते हैं...
वाह! क्या सुंदर कविता है

रगों में दौड़ते लहू में, कितना दर्द घुला है, इस दर्द का अफसाना सिर्फ़ दिल को पता है, दर्द जब शब्दों में ढल के निकलता है, लोग कहते हैं... वाह! क्या सुंदर कविता है #yqdidi #yqकविता #yqकुलभूषण #yqउदासी