Find the Best yqकुलभूषण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Kulbhushan Arora
प्रेम में अगर भय है, निश्चित ही..... वो प्रेम नहीं है, ये.... चाहत है प्रेम की, प्रेम तो... भयमुक्त कर देता, अभय है.....।। #yqquotes #yqप्रेम #yqकुलभूषण
Kulbhushan Arora
उलझन भी भला कैसे सुलझे जब बूंद ही बारिश से उलझे।। #yqचलते_चलते #yqquotes #yqकुलभूषण
Kulbhushan Arora
पूजा..🎶💧🌱 पूजली प्यारी, पुजू जी प्यारी तुम्हारे मन खिले फूलों की क्यारी 🌹🌹🌹🌹🌹🙌🙌🙌🙌🤗🤗🤗 Dedicating a #testimonial to पूजा..🎶💧🌱 दर्पण पापा की पूजी जी, पूजी जा का दर्पण पापा, धैर्य की वास्तविक परीक्षा, देने को सदा तैयार रहना, इस परीक्षा के समय में, तुम्हें अपना दर्पण रहना है, दर्पण में जो पूजा दिखे ना,
Kulbhushan Arora
Save your quotes Must save upur quotes by Downloading Booklet @मृदुल कुमार Pic courtesy मृदुल कुमार #yqquotes #yqकुलभूषण
Kulbhushan Arora
गिलहरी जी 🐿️🐿️🐿️🐿️🐿️ गिलहरी जी🐿️🐿️🐿️🐿️🐿️, बहुत प्यारी हो..., thankyou तुमने इक प्यारा सा, सबक सिखाया, ये जो तुम्हारी खा के, कुछ बीज छिपा देने की आदत, और भूल जाने की अदा... वाह,
Kulbhushan Arora
मेरे करीब आना चाहोगे, मैं टोकूंगा नहीं, मुझसे दूर जाना चाहोगे, मैं रोकूंगा नहीं, . . . .
Kulbhushan Arora
#d_k_p हम सबके भीतर गहरे में, इक रौशनी का स्त्रोत होता है, इस रौशनी तक पहुंचना, हमारा कर्त्तव्य,दायित्व होता है, इस कर्त्तव्य को निभाने की, एक विधि का पालन होता है, *इंद्रियों* का मन के वश में रहना, *मन* को बुद्धि का निर्देशन,
Kulbhushan Arora
#d_k_p दुष्ट विचार, दुष्ट भावनाएं,, उत्तेजित कर उकसाती हैं, उत्तेजना में दुष्ट से दुष्ट कृत्य हमसे करवाती हैं, शुभ विचार शुद्ध भावनाएं, क्षणिक मन में आती हैं, मन टालने को उकसाता है, उसी समय अगर हमने
Kulbhushan Arora
मुझे कुछ कहना है, दर्द तकलीफों का लबालब जाम हूं में, ये मेरा ज़र्फ़ है की छलकता नही हूं मैं, भटकाने को फिरते हैं ये दर्द सारे मुझे, मैं हूं की इनकी तरफ़ तकता नहीं हूं में, मैंने इसी अंदाज़ से सीखा है जीना यारो, अपने दर्दों को दरकिनार कर देता हूं, किसी को दर्द में देख सकता नहीं न मैं
Kulbhushan Arora
1नवंबर 1984 मेरे जीवन का सबसे काला दिन असहाय से हम सब देखते रह गए लोगों की जीवित जलते 1 नवंबर, 1984 स्तब्ध शहर के भीतर सेबंद दरवाज़े, बंद खिड़कियों से झांकती आंखें, दहशत की गन्ध,फैली दुर्गन्ध सी, खुले होंटों मेंअटकी खामोश आवाज़ें। टूटे, तोड़े गए स्वार्थवश परस्पर विश्वास, हर गली हर चौराहे पे फैला अविश्वास, लाल लाल छींटों से घबराता, डरता