एक चेहरा छुप रहा है. समाज कि आँखें ओढ़कर, नकाब में.. क्या करें हमारी मज़बूरी है, कि अर्थ को बताना भी है,अर्थ को छुपाना भी है ताकि शब्द अपने सामर्थ और लेखक कि गरिमा को कायम रखे ©Lk jha गरिमा #leaf