हमे जीतने की जिद इतनी शिद्दत से है कि दिल भी हार नही सकते निगाहों मे मंजिल है कही और निशाना लगा नही सकते जितनी भी तेज चलें हवाऐं धूल भरी अब मेरी उम्मीदोंभरी कोशिशों के चिराग बुझा नही सकते बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla निगाहों में