हर साँस एक दौड़ है, इससे ही जान है, गति के बिना,यह शरीर निष्प्राण है, ठहरे हुए क्षण में भी,जीवन प्रतिपल गतिमान है, यह दौड़ जागरूकता की,इसी बात का प्रमाण है। तन मन की शुद्धि है,हरती मन की थकान है, प्रत्यक्ष परिवर्तन है,नये विचारों की उड़ान है। दौड़ उस क्षितिज तक जहाँ,मिलते धरा-आसमान हैं, अंधेरे से उजाले की ओर,जहाँ हर दिशा अंजान है, नयी चुनौतियों की राह पर,साथ चलना आसान है, साथ-साथ दौड़ने में,संगठन की शान है। बेहतर के लिए दौड़ की,सम्यक सोच ही महान है, जैसे मंदिर की आरती है,मस़्जिद में गूँजती अजान है, एक दौड़ अमन की राह पर,जहाँ सर्वधर्म समान है। Marathon.. Running for a cause #yqdidi