वक्त बेवक्त जागे हैं जाने किसके पीछे ये भागे है जो जिया नवाबों की तरह नखरे किए अनगिनत वह आज सुखी रोटी मे खुश, धरा पर पांव पसारे हैं कांधे हुए मजबूत अब, जब जिम्मेदारियो का एहसास जागे है Challenge-140 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #ज़िम्मेदारियाँ #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️