क्या दुआ दें उसे, जिसपे रहमत खुदा की हो।
बस कह सके तो इतना ही कहेंगे,
की हर वक़्त आपके अंदाज़े-गुफ़्तगू में एक दिलकश अदा सी हो।।
शाम की छांव हो, या भोर का सवेरा हो,
उनका रूठना और मेरा मनाना, जैसे सब सुनहरा ही सुनहरा हो ।
हैरान हैं देखने वाले,
कि पाया क्या उनमें ऐसा कि, अब ना तलाश किसी गुमशुदा की हो ।। #yourquote#yqbaba#yqdidi#yqurdu#sheisbliss