Unsplash हालत-ए-दिल जरा संभलने दो, हालात बदन को संवरने दो। इश्क़ तो एक राह है जुनूँ की, उससे शहर से मुझको गुजरने दो। पर एक रौनक़ इश्क़ ठहरने दो, ढूँढ़ लेंगे दिल के लिए एक ठिकाना। इस दिल से पछतावे को निकलने दो, इश्क़ की राह में अब कोई न आना। ©theABHAYSINGH_BIPIN #lovelife हालत-ए-दिल जरा संभलने दो, हालात बदन को संवरने दो। इश्क़ तो एक राह है जुनूँ की, उससे शहर से मुझको गुजरने दो। पर एक रौनक़ इश्क़ ठहरने दो,