स्मृति पटल पर ... पिछली उड़ानों का रेखांकन हो रहा है .... आजभी.... जबकी जीवन की सभी उडाने निरस्त हो चुकी है जबकी लगने लगा है मुझे ..... की अब मेरे ऊर्जाहीन निस्पंद हो चुके पंखो के पुनर्निर्माण की सभी सम्भावनाये भी समाप्त हो चुकी है निरस्त उडाने.......