आए बादल (बाल कविता) देखो देखो आए बादल नील गगन में छाए बादल लहराए बल खाए बादल मस्ती में इतराए बादल सुन कर झूमे जिस को बच्चे ऐसा गीत सुनाए बादल प्यास बुझाने इस धरती की दूर गगन से आए बादल बच्चे हों या जवान बूढ़े सब के मन को भाए बादल आसमान में देखो बच्चो क्या क्या रूप दिखाए बादल बारिश आई दोडो बच्चो उमड़ उमड़ कर आए बादल ✒️जावेद अहमद जावेद ( बाभळी, दर्यापूर 7798186677) ©jawed #बालकविता #bestfrnds