पायदान
इक नई नज़्म "पायदान" पेशे ख़िदमत है,,,,,,,,,,,,
पायदान
होश में ये वाक़िया है जब मां गोदी में उठा के ले गई थी गुरुद्वारे ,,,,,,,,
चौखट पे रखे इक पायदान के नीचे हाथ डाले और उसकी धूल निकाली और मेरे सर से बुथ्थे तक मल डाली ,,,,,,,,,,,, #बचपन#दर्द#सतिन्दर#satinder#चरण#kuchलम्हेंज़िन्दगीke#गुरुद्वारा