घर का आँगन घर की सूनी छत और उदास दीवारे मुझे घूर रही है और शायद पूछना भी चाहती है कि इस डलती सांझ मे जिंदगी की हलचल बाँझ क्यों है? ©Parasram Arora हलचल.....