मानाकि बाँट लिया है तुमने सबकुछ पर आज फिर कुछ बाँट लो ना मेरे हिस्से का जो तुमने ले लिया मुझे मेरी चीज लौटा दो ना चलो,हिसाब कर लो ना अपने मतलब की सारी चीजे जो तुमने छोड़ दिए है मेरे पास वो सब तुम ले लो ना मेरे मतलब की चीजे लौटा दो ना चलो,हिसाब कर लो ना मेरी आँखों में बसी नींद जो तुम मेरी आँखों से ले गयी हो तुम लौटा दो ना अपनी यादो का अलबम तुम ले लो ना चलो,हिसाब कर लो ना जब तुम्हे कुछ देना ही नहीं था तो क्यों अपनी तस्वीर मेरे घर छोड़ गयी हो क्यों मेरे दिल में अपने जज्बात छिपा रखी हो अपने बदन की खुशबू शीशियो में भर लो ना चलो ,हिसाब कर लो ना सुनो मेरे दर्द का हिसाब दो ना मेरे सवाल का जवाब दो ना जो तुम्हारा है, तुम ले लो ना जो मेरा है, लौटा दो ना चलो, हिसाब कर लो ना----अभिषेक राजहंस चलो, हिसाब कर लो ना