ऐ हुक्मरानों जरा अपनी, मकसद तो बता ना ? लावारिस थी क्या वो ? बिन परिजनों के, कितना सही है,उसे यूं जलाना ? हर बार क्यों लड़की ही जले, गर है औक़ात,तो मुजरिमों को जलाना । ©Jyotshna 24 औक़ात #Stoprape#हाथरस#नोजोटो