मैं पूनम की प्रभा तू सूरमा चंद्र की मैं खग विहग सा तू छाँव नभ उपवन की मैं सावन की सतरंगी तू तारों की कोकिल रानी मैं संध्या शिशिर की तू चमचम प्रभातफेरी मैं उत्स महीधर का तू जलमाला रत्नवती की मैं हर मन की उमंग तू हर लब की ग़ज़ल मैं सोंधी सी खुशबू तू महक संजीवनी मैं अर्पित तेरे हर उद्भव का बालक तू प्रकृति माँ मेरी हर जनम की मैय्या #मैऔरतू(८) #poetry #naturediariesbyarpit #love#nature #yqdidi#yqbaba #mothertongue_verse