आशीर्वाद (वंदना) आशीर्वाद दो प्रभु, लगे ना दुख दर्द के घाव, बने रहे सहज विनम्र भाव। आशीर्वाद दो प्रभु, रुके ना जीवन की नाँव, मिलती रहे पीपल की छाँव। आशीर्वाद दो प्रभु, किसी से हो ना मनमुटाव, माथे पर चढ़े ना ताव। आशीर्वाद दो प्रभु, सत्यता से लगा रहे लगाव, श्रेष्ठता के आये बदलाव। आशीर्वाद दो प्रभु, दुष्टों से ना हो टकराव, भक्ति में हो मन का झुकाव। कवि आनंद दाधीच ।भारत। ©Anand Dadhich #वंदना #prayer #MorningMotivation #आशीर्वाद #kaviananddadhich #poetananddadhich #poetsofindia