"नववर्ष गीत" करना है मूल्यांकन हमको क्या खोया क्या पाया? बीत गया फिर एक वर्ष नया साल है आया। पूर्व मिलन के वो किस्से हरपल याद आयेंगे, हुई गलतियां कल तक थी, हम उनको बिसरायेंगे। क्रोध तिमिर को दिया त्याग है, प्रणय का दीप जलाया। बीत गया फिर--------- ढली यामिनी दिखी अर्क की अरुण मयूख निराली। स्वर्णिम पत्र पर लिखी शायरी दिल में है खुशहाली। अक्षत रहे हमारा बन्धन गीत भ्रमर ने गाया बीत गया फिर---------- 01/01/2022 ©अशोक तिवारी 'पंडित' #New_year_poems #sunrays