साथ देने वालों में बहने बहुत ख़ास है क्योंकि उनसे जुड़ा एक ख़ास अहसास है वो कितने अच्छे से भाईयों को समझती है और जितने अच्छे से समझती है भाईयों को उतने ही अच्छे से समझाती भी है दोस्त में बहन मेरी दोस्त होनी चाहिए मेरे बूरे वक़्त का पता नहीं पर अच्छे वक़्त में साथ मेरी होनी चाहिए अगर बात उनकी मुस्कान की है तो बन्दर जैसी सकल मेरी होनी चाहिए घड़ी कितनी भी तेजी से चलें पर वो मेरे साथ है तो वक़्त भी ठहरनी चाहिए ©kishan mahant #बहन मेरी ख़ास है वक़्त भी उसके रुकनी चाहिए