आज से पहले जब नानी घर जाता था तब एक अलग ही तरह की खुशियां, एक अलग का उत्साह मेरे साथ होता था, लेक़िन अब जा रहा हूँ तब ऐसा लग रहा है कि मैं किसी अंजान जगह पर जा रहा हूँ, साफ़ शब्दों में कहूँ तो वो पहले जैसी ख़ुशियाँ और उत्साह मेरे साथ नहीं है। जा रहा हूँ तो नानी घर पर वहां अब नानी नहीं रहती हैं । 😔 आपकी बहुत याद आ रही है, नानी माँ 😔 #ankit_srivastava_thoughts #hindipoetry #yqhindi #yqdidi #yqdidil #नानी_माँ #हिंदी_साहित्य #myfeelingsinmywords