मुझे मालूम है गफलत में जी रहा हूँ! गम तो हैं किसी और के मैं खुद पी रहा हूँ!! बेमतलब सी लग रही ये अनमोल जिंदगी मेरी! किसी की दुआओं से अब तक जी रहा हूं!! बेख़बर जी रहा हूँ