जिन दुकानों में झांका करते थे उम्मीदों के साथ, आज उन्हीं की दीवारों पे खुद का लिखा देखा, मेरे ख़्वाब मुझे वहाँ ले आए हैं, जहाँ कभी था मैंने अपना खुदा देखा., दो मासूम आँखें पूछ रही थीं मेरी शायरी का मतलब, हसरतों में लिपटे अरमानों को आज फिर पनपता देखा #shayari #tej #roadsihavetraveled #love #memories #reminiscence #musings #pondering