Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक उडान भरने चली थी खुद कि पहचान करने चली थी ख्वाब

एक उडान भरने चली थी
खुद कि पहचान करने चली थी
ख्वाबो को हकीकत से रूबरू कर
अपने सपनो को साकार करने चली थी
मंजिल तक पहुचने का सफर 
इतना भी न आसान था
आखिर हर तरफ मुझको गलत साबित 
करने वालो कि कतार जो लगी थी।
पर मैने किया वही जो मुझको लगा सही
क्योकि.....
मुझको तो अपने सपनो कि उडान भरनी थी।

©Shivi@
  #Dream #Nojoto #Hindi #poem #thought
shivaniyadav9952

Shivi@

Silver Star
New Creator