नही चाहिए तुम मुझे और नही चाहिए तुम्हारा साथ... नही चाहिए तुम्हारी यादें मुझे नही चाहिए कोई शिकायत.. अंतर्मन से निकली हर वो आवाज जिसमे तुम शामिल होते हो बहिष्कार करता हूं मैं.. उन सभी इच्छाओं का, जिनमे तुम्हारा ध्यान अंश मात्र भी हो, नही चाहिए तुम्हारी छवि के दर्शन और नही चाहिए तुम्हारी आवाज जो दिल की धड़कन बढ़ाती हो, मिटा दूंगी मैं हर वो पल जिनमे तुम्हारे साथ की यादें रही हो, और तुम्हारे नाम से आवाह्न से तुम्हारा चेहरा आंखो में उतरता हो... नही चाहिए मुझे तुम अब कही भी, नही चाहिए मुझे तुम अब कभी भी ।। ©पूर्वार्थ #बहिष्कार