खुशियों की दीप जला के रखना तुम जिस घर में जाओ उस घर को आबाद कर के रखना मेरा क्या है मैं दरबदर भटकता बंजारा हूं कभी यहां कभी वहां मेरा श्याराना है।। ©Suraj Ratnam #sayarana khosiyo ki deep##2022