अब तो आए दिन कि ये सुनने आदत हो गई,,, टीवी ऑन होते सुनते है वीरो कि शहादत हो गई,,, सियासत दानो को वीरो कि शहादत पर सियासत करने कि हर पल महारथ हो गई,,, क्यो सहते हो इतना, क्यो सुनते हो इतना क्यो रक्त बहाते रहते हो हर पल यु अपना,,,, भारत माँ कि सेवा में बोनी तुम्हारी शिकायत हो गई,, केसा त्यौहार, केसे खुशि के पल तुम्हारे बिना अब तो हर मौसम माँ- पिता, बहन-भाई,बीवी - बच्चे, सबके नेनो से बरसात हो गई,, बलिदान व्यर्थ ना जाने देंगे तुम्हारा एक के बदले अब दस मारेंगे शत्रुओ के जूर्मो कि ख़त्म अब हर एक रियायत हो गई, तन मन औऱ ये जीवन किया समर्पित हिमालय सी अडिग दृढ निश्चय से इतिहास में शौर्य गाथा कि वीरो कि अमिट इबारत हो गई,, तुम्हारी वीरता कि गाथा कहते कहते,, तुम्हारे समर्पण भाव को देखते देखते,,,, तुम्हारी सहन शीलता को लिखते लिखते,,,, टूट गई कलम खत्म आज इसकी दवात हो गई,,,,, है वीरो नमन रहेगा तुम्हे हमेशा,, तुम्हारे जाने से स्वर्ग हुआ रोशन भारत माँ कि गोद तुम्हारे पास हो गई ,,, ✍️नितिन कूवादे... #shatshatnaman