मेरे नसीब में इस जहां की कोई खुशी हो ना हो पर मेरे महबूब तेरी इनायत कभी कम न हो हम सफर बन कर चलो हाथों में मेरा हाथ ले लो न छिटकाना कभी राह में गम की जब बरसात हो क्यों परवाह करु अपने नसीब की जब तेरा नसीब मेरे पास हो ✍️कमल भंसाली मेरे नसीब में