तस्वीरों में तुम हौ तकदीर कहां से लाएं चन्द कदमों के दूरी पर चान्द चमक रही है वो आसमान कहां से लाएं अनगिनत सितारे दामन मैं तुम्हारे एक रोसन दान कि तलाश आखिर तूम्हे क्यों हौ तुम्हारे होठों कि एक हसि के लिए वौ मुसकुराहट कहा से लाएं हर पन्ना किताब की अबतो बिखरने लगा है, तूटे हुए अरमान जोडने के लिए ख्वाबों का वौ गुलदस्ता कहा से लाएं । ©Tafizul Sambalpuri #importance_of_relationship