जज़्बात मेरे वो समझ न पाई, उसे मुझमें सारी बुराईयां नजर आई, भरोसा मुझ पर वो कर न पाई, शायद खुद की उलझनें वो सुलझा न पाई, चाहता हूं उसे कितना वो समझ न पाई, कर के विश्वास वो साथ चल न पाई, बात न अपनी होने पाई।। बात न अपनी होने पाई... #बातनहोनेपाई #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi