वो पहली नजर का प्यार कर गया बेकरार मदहोश थी मेरी निगाहें चला दिल पे कटार यूँ उसका होले से छूना ले गया दिल का करार मैं समझ नहीं पा रही थी ये इश्क़ है या बुखार बहुत गर्म थी मेरी सांसें घड़कनों में थी रफ्तार वो भी देखते समझ गया इसे चढ़ा है खुमार उसे पाने की खातिर मैंने किया सोलह सोमवार मेरे हाथों में पूजा की थाली ,था उसका इंतज़ार Queen"वक्त ने छीन लिया मुझसे मेरा दिलदार कोई नहीं समझ सकता कितना किया मैंने प्यार अब तो ख़ुदा से गुजारिश है सलामत रहे मेरा यार हाँ ,,इक वहीं है मेरे दिल_ओ_जाँ का हकदार ।।। ♥️ Challenge-487 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।