मन की एक पहेली थी मै सबके बीच अकेली थी वो मुस्कान से दर्द छिपाती वो लड़की बड़ी अलबेली थी दिन रात का एक ही सफ़र था चेहरे पर मुस्कुराहट मन उसका चंचल था न छांव की राह देखे न धूप से डरती थी जिंदगी की मुश्किलों से हंसकर वो लड़ती थी उसका भी एक रहगुजर था जिंदगी में जो कभी मिलेगा नहीं वो हमसफ़र था जिंदगी मेे राह तकती उसकी उसके सपने ही बुनती थी सबको दिखती अकेली पर अपनी जिंदगी साथ वो चलती थी पर ये सफ़र उसका अधूरा ही छूट जाएगा पता है उसको उसका नसीब एक दिन उससे रूठ जाएगा!! _Namrta dwivedi #Main_akeli सबको #अकेली दिखती पर #माही साथ #वो चलती थी!! #love #life #nojotohindi #nojotobesthindiquotes #hindishayri