नहीं जानता मैं अपनी सीमा रेखा.... न ही मै अपने दैत्य नुमा भय से मुक्ति पा सका हूँ........ अच्छा होगा मेरे लिए क़ि मैं अपनी ऊर्जा भय भगाने मे खर्च न करके प्रेम को तलाशूँ..... ओर तलाश करने के बाद उसे तराशु भी...... अपेक्षित तलाश