कहानी किस्सा : शिक्षा दिवस पर शिक्षा
: उतने पैर पसारिए जितनी चादर होय।
कहानी किस्सा : शिक्षा दिवस पर शिक्षा
: उतने पैर पसारिए जितनी चादर होय।
हमारे ग्रुप में एक ही लड़का था जो हायर सेकेण्डरी के रिज़ल्ट वाले दिन फेल हो गया। सभी बोले ये उम्मीद पर खरा नहीं उतरा। हम सभी दुखी थे।
कुछ देर में टीचर आए और उसे बधाई देने लगे। बोले :बेटा कमाल कर दिया तूने तो स्कूल में टाप किया है। you are in Topper's list
दरअसल हम भी तो उम्मीद से ज्यादा कभी सोचते नहीं थे "कभी घमण्ड नहीं किया जितनी चादर उतने ही पैर पसारे। कम्बख्त सारे Royal divisioner थे उसका नाम भी बाटम लाईन में ही ढूंढते रहे. "