Unsplash जिन्दगी अगर ख्वाब हुई तो, मौत अगर लाजवाब हुई तो. तुम्हें लगा खामोश हूँ मैं, खामोशी मेरी आवाज हुई तो. मैं यहाँ सबसे नाराज हूँ, जिन्दगी मुझसे नाराज हुई तो. वो बोला मोहब्बत नहीं तुम्हें, मैं बोली बेहिसाब हुई तो. मुस्करा रही हूँ तेरे सामने, ये आँखे तेरे बाद रोईं तो. मैं समझी हूँ कि तुम आए हो, ये अगर फिर तेरी याद हुई तो. वो कहता है कितना ही लिखा होगा, मैं बोली पूरी किताब हुई तो.📖 तुम्हें यह बस शायरी लगी , अगर ये मेरे दिल की आग हुई तो. ©shraddha singh #Feeling