एक मोड ऐसा भी आता है जिंदगी में , जब पाकर एक अज़ीज़ शख़्स को, हारता है कोई। जब भी सुनता हूं "लता जी" के नग़्मे, तो महसूस होता है, जानी-पहचानी आवाज़ में मुझे, जैसे पुकारता है कोई। ©" शमी सतीश " (Satish Girotiya) #lata'ji