White पुलवामा के शहीद कुछ सुमन पल्लवित नवयौवन बिन पतझड़ के बिखर गये। ऋतु बसंत की छोड़ छटा नव किसलय विलगित शाख हुये। कैसी करूण कहानी है। शहादत पर ना हैरानी है। कुछ क्रूर नराधम निशाचरों की पशुता की घृणित निशानी है। धरती मां के लाल दुलारे अपनी रौ में गंतव्य चले। राह ताकते सांप आस्तीन के कुटिल बारूदी चाल चले। पुलवामा की अमर शहादत सदियों तक अमिट अमर मन में। होगी श्रद्धांजलि तब ही पूर्ण मिटा देगें शत्रु दल जग में।। ©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #पुलवामा_शहीदो_को_नमन प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स