मेरे सर पे कोई जब तक इल्ज़ाम नहीं होता बेचैनी-सी रहती है कहीं आराम नहीं होता दर्द फ़िराक़ ग़म-ओ-रुसवाई क़ीमत सबकी तय है इस फ़ानी दुनिया में कुछ भी बे-दाम नहीं होता ©Ghumnam Gautam #chaand #क़ीमत #ग़म #दुनिया #इल्ज़ाम #ghumnamgautam