कैसी विपदा आन पड़ी है राम जी। सबके लाले जान पड़ी है राम जी।। हाय करोना कब तक यूंँ मँडरायेगा, कब तक मानव यूंँ ही जान गंँवाएगा। सबकी झूठी शान पड़ी है राम जी, छोटा, बड़ा, निर्धन न धनवान जी।। हाय प्रभु! जनता भूखी लाचार है, बड़ी भयानक कोरोना की मार है। छिड़ा भयानक आज यहांँ संग्राम जी, चारो ओर मचा आज कोहराम जी।। पास में अब न पैसा है न राशन है, नेता देते केवल अब भी भाषण है। मदद करें नही, मांँगे वोट प्रधान जी, सब बंद,न इन पर लगे लगाम जी।। अस्पतालो में लंबी लगी कतार है, लगता है अब खुला मौत का द्वार है। छोटा पड़ गया है आज शमशान जी। निष्ठुर,निर्मम हो गए क्यों भगवान जी? खून के आंँसू कब तक भारत रोएगा, रक्तबीज कब तक अट्टहास बोएगा। बढ़ रहा माता कोरोना अविराम जी, कब मांँ दुर्गे हरोगी इसके प्राण जी? करूंँ आज सब देवों का आव्हान जी। ब्रम्हा, विष्णु, शंकर, केशव, राम जी। संकटमोचन राम भक्त हनुमान जी, हरो सभी के संकट श्री हनुमान जी।। #koronavirus #श्रीराम #मुक्तक_मन #गीत_मन #मौर्यवंशी_मनीष_मन #yqdidi #yqhindi