ख़ताओं के आगे सज़ाओं के आगे चलो साथ मेरे वफ़ाओं के आगे मोहब्बत भला कब रुकी है,झुकी है ज़माने में झूठे ख़ुदाओं के आगे! ©Ghumnam Gautam #ख़ता #वफ़ा #मोहब्बत #ghumnamgautam