मजदूर ही मजबूर है, पैदल ही घर की ओर चल रहा है, सरकारी कागजो में मौसम है बड़ा ही गुलाबी , हकीकत बयान करती तस्वीरों से मुंह मोड़कर क्या होगा, हर एक रास्ता हर एक मोड़, दर्द उनका बयान कर रहा है। भारत के हो गए हैं दो हिस्से, एक वो जो सड़को पर कराह रहा है, एक वो जो हवाई जहाज में उड़ान भर रहा है। दिनेश #मजदूर