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White न जाने क्यों सारे दर्द अश्क बनकर आ रहे हैं।

White न जाने क्यों सारे दर्द अश्क बनकर आ रहे हैं। शायद मेरी डायरी के पन्ने कोई गीत गुनगुना रहे हैं। आते आते रुक जाते हैं लब्ज़ लब पर तेरे लिए। आख़िरी वादा किया था जो वही निभा रहे हैं
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©Yogesh Goswami
  #SAD शेष कथा फिर कभी

#SAD शेष कथा फिर कभी #शायरी

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