गीत :- यहाँ श्री राम स्वागत में सुनों हनुमान आये हैं । सुना है और ये हमने विभीषण साथ आये हैं ।। यहाँ श्री राम स्वागत में .... बजाकर ढोल अब हम तो खुशी के गीत गायेंगे । चरण उनके जिधर भी हो उधर हम सिर झुकायेंगे । खुशी की यह लहर ऐसी बताएं क्या तुम्हें अब हम । अयोध्या को सजाने तो यहाँ नल नील आये हैं ।। यहाँ श्री राम स्वागत में.... बुहारू राह मैं अब तो जिधर से राम जी गुजरे । करेंगे मिल सभी वंदन बिछाऐ आज हम नजरे ।। चरण उनके पखारूँ मैं यही अरमान दिल में है । दिवस वो आ रहा देखो जिसे मन में बसाये हैं यहाँ श्री राम स्वागत में .. अयोध्या हो गई दुल्हन खबर प्रभु राम की पाकर । नहीं तुमने सजी देखी अयोध्या आज तो जाकर ।। वही के आप फिर होगे झलक उसकी सुनों पाकर । वही से राम जी सबके सुनों दिल में समाये हैं ।। यहाँ श्री राम स्वागत में सुनों हनुमान आये हैं । सुना है और ये हमने विभीषण साथ आये हैं ।। ०६/०१/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- यहाँ श्री राम स्वागत में सुनों हनुमान आये हैं । सुना है और ये हमने विभीषण साथ आये हैं ।। यहाँ श्री राम स्वागत में .... बजाकर ढोल अब हम तो खुशी के गीत गायेंगे । चरण उनके जिधर भी हो उधर हम सिर झुकायेंगे ।