White बुराई जितनी गुज़रे ज़माने मे थीं आज भी उतनी बल्कि पहले से ज्यादा हैँ आज अच्छा आदमी और अच्छाई को डुंडा जाय तो बमुश्किल मिलते हैँ जबकि बुरा आदमी और बुराई हर गली मोहल्ले मे दिख जाती हैँ ©Parasram Arora अच्छाई बुराई