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मुसाफिर चलना तो बचपन से सीखा है अब तो राहों में ही

मुसाफिर चलना तो बचपन से सीखा है
अब तो राहों में ही ,भटक जाते है
हम मुसाफ़िर है साहेब
हम चलते-चलते थक जाते है ।

अब ये राहे रूकती कहा है
अब सभी राहों में,मंजिल देख लेते है
हम तो यूंही बदनाम है साहेब ,
कि अब,हम एक जगह ठहरते कहा है । चलना तो बचपन से सीखा है❣️
अब तो राहों में ही भटक जाते है
हम मुसाफ़िर है साहेब
हम चलते-चलते थक जाते है ।

हम सभी राहों में,मंजिल देख लेते है
अब ये राहे रूकती कहा है
हम तो यूंही बदनाम है साहेब
मुसाफिर चलना तो बचपन से सीखा है
अब तो राहों में ही ,भटक जाते है
हम मुसाफ़िर है साहेब
हम चलते-चलते थक जाते है ।

अब ये राहे रूकती कहा है
अब सभी राहों में,मंजिल देख लेते है
हम तो यूंही बदनाम है साहेब ,
कि अब,हम एक जगह ठहरते कहा है । चलना तो बचपन से सीखा है❣️
अब तो राहों में ही भटक जाते है
हम मुसाफ़िर है साहेब
हम चलते-चलते थक जाते है ।

हम सभी राहों में,मंजिल देख लेते है
अब ये राहे रूकती कहा है
हम तो यूंही बदनाम है साहेब